शिवराज के बोल बिलों की जांच कराएंगे पर कमलनाथ का कटाक्ष जांच कराएंगे तब तक वो ही चले जाएंगे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कह रहे हैं कि बढ़े हुए बिलों की जांच कराएंगे, सच तो ये है कि जब तक मुख्यमंत्री बिलों की जांच कराएंगे तब तक वो ही चले जाएंगे।
पाँच राज्यों में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए तीन महीने से भी कम का व्यक्त बचा हुआ है चुनाव को लेकर हर राजनीति पार्टी में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इसी बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बढ़े बिजली बिलों कि जांच कराने का ऐलान पर कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ने तंज कस है। कमल नाथ ने इस टिप्पणी करते हुए कहा कि जब तक शिवराज बढ़े बिजली बिल की जांच करंगे जब तक वो चले जाएंगे।
कमलनाथ ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार ने पहले से ही मध्यप्रदेश की जनता को महंगाई से त्रस्त कर दिया है अब बढ़े हुए बिजली बिलों से महंगाई का डबल वार किया है। लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज कह रहे हैं कि बढ़े हुए बिलों की जांच कराएंगे, सच तो ये है कि जब तक मुख्यमंत्री बिलों की जांच कराएंगे तब तक वो ही चले जाएंगे। नाथ ने आगे कटाक्ष करते हुए कहा कि सच्चाई तो ये है कि भाजपा की डबल इजन कि सरकार न तो जनविश्वास का जेनरेशन कर पा रही है न विकास का ट्रांसमिशन और न ही कल्याणकारी योजनाओं का सच्चे ज़रूरमंद लोगों तक डिस्ट्रीब्यूशन कर पा रही है। भ्रष्टाचार के लगातार बढ़ते जाने की वजह से डबल इंजन भाजपा के दिखावटी सुशासन का ट्रांसफ़ॉर्मर ही उड़ गया है। अब उल्टे प्रदेश की जनता ही भाजपा को आगामी विधानसभा चुनावों में करेंट देने के लिए तैयार बैठी है। बिजली के बढ़े बिल भाजपा की बत्ती गुल कर देगी।
बता दें शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छतरपुर जिले के नौगांव में बढ़े बिजली बिलों को लेकर भी बड़ी घोषणा करते हुए कहा हुआ था कि मुझे बताया गया है कि कुछ जगह पर बिजली के ज्यादा बिल आए हैं। लेकिन इसकी चिंता मत करना, ऐसे सभी बिजली उपभोक्ता जो केवल एक किलोवॉट तक बिजली की खपत करते हैं, उन सभी उपभोक्ताओं के बढ़े हुए बिजली बिल की वसूली को स्थगित कर उसकी जांच की जाएगी। यदि नहीं है तो मामा खुद बिजली बिल का पैसा भर देगा।