Rahul Gandhi Membership Reinstatement news : 136 दिन बाद सदन में दिखाई दिए राहुल गांधी, सपा सांसद राम गोपाल यादव ने सरकार को घेरा ।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद कांग्रेस के साथ विपक्षी हाल में गठित गठबंधन 'INDIA' में खुशी की लहर है। सुप्रीम कोर्ट सें मोदी सरनेम मामले में राहत के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सांसद सदस्यता बहाल कर दी गई हैं।
Rahul Gandhi Membership Reinstatement News : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लोकसभा सदस्यता बहाल होने के बाद कांग्रेस के साथ विपक्षी हाल में गठित गठबंधन 'INDIA' में खुशी की लहर है। सुप्रीम कोर्ट सें मोदी सरनेम मामले में राहत के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की सांसद सदस्यता बहाल कर दी गई हैं इस सें राहुल गाँधी 136 दिन बाद लोकसभा में दिखाई दिये सांसद जाते वक़्त उनके साथ उनकी माँ सोनिया गाँधी भी उनके साथ दिखी इसके साथ ही कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल नें भी राहुल गाँधी का सदन में जोरदार स्वागत किया एवं राहुल गाँधी के समर्थन में नारेबाजी की।
सपा सांसद राम गोपाल यादव ने सरकार को घेरा
सदन में राहुल गांधी का जोरदार स्वागत करने वालों में समाजवादी पार्टी के सांसद राम गोपाल यादव (SP MP Ram Gopal Yadav) भी इसमें शामिल रहे उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कटाक्ष करते हुए कहा कि अब लोगों का डर थोड़ा कम हो गया है सरकार के काले करतूतों को उजागर करने पर डर लगने लगा था कि सदन की सदस्यता रद्द कर दी जाएगी। लोग मुकदमे दर्ज होने से भयभीत होने लगे थे अब लोगों का डर थोड़ा कम हो गया है।
मानहानि मामले में राहुल गांधी को हुई थी, 2 साल की सज़ा
राहुल गाँधी पर आपराधिक मानहानि मामले में गुजरात की एक अदालत से 2 साल की सज़ा सुनाई हुई थी अदालत का फैसला आने के बाद 24 घंटे के अंदर राहुल गांधी को संसद से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था अदालत के 2 साल सज़ा के फैसले को राहुल गाँधी नें गुजरात उच्च न्यायालय में चुनौती दिया था लेकिन वहां सें भी उन्हें निराश ही हाथ लगी थी। जिसके बाद इन्होने सर्वोच्च न्यायालय में अपना केस ले गये। जहाँ सुप्रीम कोर्ट नें 2 साल की सजा पर रोक लगा दिया लेकिन इसके बाद राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाली की प्रक्रिया में तीन दिन का समय लग गया।
सूत्रों सें पता चला हैं कि यदि राहुल गाँधी की संसद सदस्यता आज (सोमवार) तक नहीं होती तो कांग्रेस एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती थी लेकिन सदन में राहुल गाँधी की सदस्यता बहाली में देरी होने सें मोदी सरकार पर गंभीर सवाल उठ रहे थे।